Wednesday, May 15, 2019

दरकते रिश्ते

कंटीली झाड़ियों सी ज़िंदगी
तभी अपनों को चुभती रहती
किसी की कही बातों से
कभी किसी के विचारों के विरुद्ध
अपनों से ही द्वंद करती रहती
बातों से बार-बार 
अपनों पर चोट करती
नहीं होती है हर किसी की एक सोच
कोई कम तो कोई ज्यादा
अलग होता हर किसी का इरादा
बस धारणाएं ग़लत बनती जाती
अनजाने में ही सही 
दिल पर चोट करती जाती
दरकने लगते हैं रिश्ते अंदर ही अंदर
फिर पहले जैसी बात कहाँ रह जाती
बदल रहा है वक़्त बदल रही है सोच
हर कोई बदल रहा यह समय का है जोर
जाने-अंजाने में कही बातों को भूल
मत चुभाओ कभी भी
किसी को भी बातों के शूल
रिश्तों की अहमियत को समझकर
मत पालो किसी के लिए भी नफ़रत
नहीं तो रह जाएगी रिश्तों की लाश धरी
समय में न संभले तो हो जाएगी देरी
***अनुराधा चौहान***

28 comments:

  1. सार्थक सटीक मन्न देती पंक्तियाँ।
    ना बिना विचारे बोल...

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  2. दरकते रिश्तों की कहानी कोई किसी से कम नहीं टकराने को समझते हैं ताकत और रिश्तों के गला घोटते हैं सुन्दर रचना

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  3. कोई कम तो कोई ज्यादा
    अलग होता हर किसी का इरादा
    बस धारणाएं ग़लत बनती जाती
    अनजाने में ही सही
    दिल पर चोट करती जाती....
    हृदयस्पर्शी यथार्थ का सृजन अनुराधा जी ।

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    1. सहृदय आभार मीना जी

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  4. बिलकुल सटीक. रिश्तों की डोर बहुत कमजोर होती है उन्हें सहेजने के लिए सार्थक प्रयास आवश्यक होता है.

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    1. सहृदय आभार सुधा जी

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  5. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" गुरूवार 16 मई 2019 को साझा की गई है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. जी हार्दिक आभार आदरणीय

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  6. बातों से बार-बार
    अपनों पर चोट करती
    नहीं होती है हर किसी की एक सोच
    कोई कम तो कोई ज्यादा
    अलग होता हर किसी का इरादा
    बस धारणाएं ग़लत बनती जाती...बहुत सुन्दर रचना सखी

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  7. बहुत सुंदर सारगर्भित चिंतन..संदेशपूर्ण रचना।

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    1. हार्दिक आभार श्वेता जी

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  8. बहुत ही सुंदर...... सखी

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  9. वाह!!खूबसूरत रचना सखी ।

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  10. मत चुभावो किसी को बातों के शूल...
    बहुत सुन्दर...सार्थक अभिव्यक्ति.....

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  11. बहुत सुन्दर अनुराधा जी.
    शिक़वे-शिक़ायत होते रहें लेकिन साथ में मान-मनुहार भी चलती रहे. हमेशा मीठा-मीठा ही क्यों? खट्टा, तीखा, चरपरा और कसैला भी न चखा तो फिर ज़िंदगी का स्वाद बे-मज़ा हो जाएगा.

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    1. बहुत बहुत आभार आदरणीय

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  12. बहुत अच्छी रचना |ब्लॉग पर आगमन हेतु हृदय से आभारी हूँ |सादर अभिवादन

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  13. सहृदय आभार आदरणीय

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  14. Nice writing.well said life has two side
    joy nd sorrow.sorrow bring strength in life.

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