Thursday, November 22, 2018

संघर्ष कठिन है करने

बनता नहीं घरौंदा
पानी के बुलबुलों पर
ख्वाबों को करने पूरा
संघर्ष कठिन है करने

नाकामियों से डर कर
संघर्ष से जो हार मानें
जीवन सफल न होगा
किस्मत भरोसे रह कर

मायूस होकर यूं ही
कभी जिंदगी कटे न
जीने मिला है जीवन
जीवन सफल किए जा

कब तक यह जिंदगी है
इसका न कोई भरोसा
कामयाबी कदम चूमे
संघर्ष तुम ऐसा करलो

कितना कठिन संघर्ष है
देश के वीर जवानों का
सुरक्षा हमारी करने 
तूफानों से हरदम लड़ते

उनसे सबक लेकर
भिड़ जाओ हर मुश्किल से
मुमकिन नहीं सभी को
महलों का सुख मिलें ही
***अनुराधा चौहान***

4 comments:

  1. बहुत ही उत्साहपूर्ण कविता

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    1. बहुत बहुत आभार आदरणीय

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  2. ये जीवन भी संघर्ष है ...
    सक करें तो राह आसान हो जायगी ...

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