जय हो शेरा वाली माता
भक्तों की भाग्य विधाता
हर हर हर दुःख हर ले
भक्तों के दुःख माँ हर ले
चैत्र नवरात्रि आई
मैया का आशीष लाई
हम आएँ हैं तेरे द्वारे
मनचाही मुरादें पाने
आशाएं पूरी कर दे
भक्तों की झोली भर दे
जय हो शेरा वाली माता
भक्तों की भाग्य विधाता
अंधेरा भरा जीवन में
मार्ग न सूझे मन को
अंधों को आँखे देकर
जीवन को रोशन कर दे
जय हो मैया शेरा वाली
सबके दुखड़े हरने वाली
हर हर हर दुःख हर ले
संकट सबके माँ हर ले
बाँझन को पुत्रवती कर दे
खुशियों से गोदी भर दे
माँ भोग प्रसाद स्वीकारो
आओ माँ घर में मेरे पधारो
नववर्ष करो मंगलमय
खुशियांँ भरें कण-कण में
सारे कलह-क्लेश मिटाकर
आशीष का हाथ रखो सिर पर
जय शेरा वाली माता
भक्तों की भाग्य विधाता
***अनुराधा चौहान***
जय माता दी ,बहुत सुंदर प्रार्थना जय माता दी
ReplyDeleteधन्यवाद ऋतु जी
Deleteसुंदर पावन गुणगान।
ReplyDeleteअप्रतिम प्रस्तुति।
सहृदय आभार सखी
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