Tuesday, April 30, 2019

जीत लो दुनिया सारी

 
स्पर्धा करो 
चुनौतियों से टकराने की
मुश्किलों से डरकर
हार मत मानना कभी
स्पर्धा करो
हौसलों को कायम रख
मंज़िल को पाने के लिए
नाकामियों से जीतने की
स्पर्धा करो 
अच्छाई को अपनी बचाकर
मानवता के लिए
बुराई को हराने के लिए
स्पर्धा करो
दिलों को जीतने के लिए
सबको अपना बनाकर
नफ़रत से विजय पाने के लिए
स्पर्धा कभी
रिश्तों से नहीं करना
यहाँ इंसान 
जीतकर भी हार जाता है
जीत लो 
ज़िंदगी से खुशियों को
ज़िंदगी मौत की स्पर्धा में
मौत ही सदा 
बाज़ी है जीतती 
जीत लो दिलों को प्यार से
मोहब्बत और नफ़रत
की स्पर्धा में
मोहब्बत 
नफ़रत पर भारी है
अपनों का कभी 
दिल मत तोड़ो
आज के दौर में 
मतलब रिश्तों पर भारी है
सच्चाई, प्रेम 
और ईमानदारी से
जिसने सबके 
दिलों में जगह बनाई
ज़िंदगी की स्पर्धा में 
उसने जीत ली दुनिया सारी
***अनुराधा चौहान***
चित्र गूगल से साभार

2 comments:

  1. बहुत सुंदर प्रेरित करती रचना

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