Tuesday, October 23, 2018

अनमोल निधि


काजल सी काली आंखों में
चंचल मन के भाव लिए

फूलों से कोमल होंठों पर
झरने से सुंदर गीत सजे

नन्हें नन्हें पांवों से वो
जब इठलाकर चलती है

मेरे मन में ममता के
भावों की सरगम बजती है

नन्ही नाजुक कोमल सी
मेरे अंगना की परी है वो

सारे जग से बड़ी ही प्यारी
मेरी अनमोल निधि है वो
***अनुराधा चौहान***

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